रामनगरी अयोध्या में यह रामकथा का नया अध्याय है|
492 वर्ष तक चली संघर्ष-कथा का यह अपना 'उत्तरकांड' है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही आधार शिला भी रखा ।
- अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन को लेकर अयोध्या में सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी थीं ।
- सरयू घाट को भव्य तरीके से सजाया गया ।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान और रामलला का पूजन और दर्शन किया।
- अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या की माटी को अपने माथे पर लगाया और प्रणाम किया।
- इस दौरान राज्यपाल, मुख्यमंत्री और संघ प्रमुख भी रहे शामिल।
- कांची के शंकराचार्य की ओर से भेजी गई नवरत्न जड़ित सामग्रियों को पूजन में समर्पित किया गया।
- अयोध्या वासियों ने राम मंदिर के लिए भूमि भूमि पूजन पर पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी का इजहार किया।
- प्रधान शिला के पूजन के पश्चात अष्ट उप शिला का पूजन किया गया। इसके पश्चात प्रभु श्रीराम की कुलदेवी के पूजन के साथ ही सभी देवियों का पूजन किया गया।
- जिस स्थल पर रामलला विराजमान थे, उसी स्थल पर शिलाओं का पूजन किया जा रहा है। 12 बजकर 40 मिनट 08 सेकेंड तक अभिजीत मुहूर्त था, इस मुहूर्त के अंदर ही संपूर्ण भूमि पूजन प्रक्रिया को संपादित किया गया।
- बाबा भैरवनाथ का स्मरण कर भूमि पूजन की ली गई अनुमति। इसी के साथ नौ शिलाओं का पूजन प्रारंभ हुआ।
- यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को संकल्प दिलाया गया।
- पौधारोपण के बाद प्रधानमंत्री पूजा स्थली के लिए रवाना हो गए, जहां भूमि पूजन और राम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम प्रस्तावित था ।
- हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमंहत प्रेमदास जी ने पीएम मोदी को चांदी का मुकुट व रामनामी भेट कर स्वागत किया।
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन पंडाल में पहुंचें ।
इकबाल अंसारी को भेजा गया था पहला निमंत्रण
- मोदी, जिनकी पार्टी भाजपा ने 10 में से 8 लोकसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण का वादा दोहराया था।
- शिलान्यास कार्यक्रम में सबसे खूबसूरत बात यह रही कि इसका सबसे पहला न्योता उन इकबाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे।
- 492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था।
- 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया।
- इसके ठीक 9 महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन किया गया।
मोदी पहले प्रधानमंत्री, जिन्होंने रामलला के दर्शन किए
- पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए थे।
- आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने इस पद पर रहते हुए रामलला के दर्शन किए।
29 साल बाद अयोध्या में मोदी
- मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को संबोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।
- इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे।
सिर्फ 5 लोग मंच पर विराजमान थे :
प्रधानमंत्री मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद थे ।
Comments
Post a Comment