क्या है, PM स्वनिधि योजना ?

केंद्रीय मंत्रिमंडल बैठक की मुख्य बातें
(1-Jun-20)

क्या है,  PM स्वनिधि योजना ? 
जानें नीचे दिए गए video और contents से:
MSME को नए सिरे से परिभाषित किया गया, जहाँ बताया गया कि:
  -Micro, Small and Medium Enterprise(MSME) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम।
  -निवेश की सीमा 25 करोड़ से बढ़कर एक करोड़ हो गई
  -देश में 6 करोड़ से ज्यादा MSME की अहम भूमिका है
  -संकट में फंसे MSME से को मदद दी जाएगी
  -आसान करने की दिशा में काम
  -नई नौकरियां पैदा होंगी
  -50 लाख से ज्यादा रेहड़ी पटरी वालों को लाभ मिलेगा
  -शहरी ग्रामीण क्षेत्र : दोनों वर्गां के लोगों को लाभ
  -किसान जहां चाहेंगे वहां फसल बेच सकेंगे
  -सैलून, पान की दुकानों को भी लाभ
  -न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना कीमत देगी सरकार
  -3 लाख तक लोन पर 2% बैंक ब्याज की छूट
  -किसानों के लिए कर्ज भुगतान की तारीख 31 अगस्त तक
  -20 करोड़ महिलाओं के खाते में आर्थिक मदद पहुंचाई
  -रेहड़ी-पट्टी वालों को 10,000 का लोन मिलेगा
  -वित्तीय साक्षरता का काम शुरू किया जाएगा
  -न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ावा गया
  -कैबिनेट के फैसले:  सैकड़ों किसानों को लाभ होगा
  -80 करोड़ लोगों को राशन दिया गया
  -खेती से जुड़े बुनियादी ढांचे में निवेश का प्रस्ताव
  -हर्बल खेती के लिए किसानों को 4 हजार  करोड़
  -जानवरों को बीमारी से बचाने के लिए 13000 करोड़ का निवेश
  -माइक्रो फ्रूट फूड इंटरप्राइजेज के लिए 12000 करोड़ का निवेश
  -मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए निवेश
  -मंडी कानून में बदलाव होगा
  -गंगा किनारे हर्बल प्रोडक्ट के लिए Corridor

नरेंद्र तोमर ने कृषि पर कहा:
  -गांव, किसान, गरीब पर सरकार का विशेष ध्यान
  -हर मसले पर सरकार संवेदनशील
  -इस बार देश में बंपर उत्पादन हुआ है
  -360 लाख मीट्रिक टन गेहूं अबतक खरीदा
  -प्रतिकूल समय में भी बंपर उत्पादन हुआ
  -दलहन, तिलहन की खरीद  चल रही है
  -95 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है
  -मक्का में 53 फ़ीसदी की बढ़ोतरी
  -तूर और मूंग में 58 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी
  -31 अगस्त तक जो किसान अपनी त्रृण चुका देगा उसे 4% की ब्याज देनी होगी।

नितिन गडकरी ने MSME पर कहा:
  -देश में छह करोड़ Micro, Small and Medium Enterprise(MSME)  है
  -MSME से देश में 11 करोड से ज्यादा नौकरी मिली है।
  -MSME को लोन देने के लिए तीन लाख करोड़ की योजना।
  -मैन्युफैक्चरिंग सर्विस सेक्टर को एक किया गया।
  -MSME के छोटे सेक्टर में टर्न ओवर 50 करोड़।
  -MSME अभी कठिन दौर से गुजर रहा है
  -2500000 MSME के पुनर्गठन की उम्मीद
  -कमजोर उद्योगों को उबारने के लिए 4 हजार करोड़ का फंड
  -MSME नए फंडे फिर से शुरू हो जाएंगे
  -मजबूत MSME  के 15% इक्विटी खरीदने की योजना
  -रेहड़ी पटरी वालों को लोन के लिए मोबाइल ऐप को मंजूरी

Content courtesy : Live Telecast on news channels