प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात - 28th June'20

PM मोदी ने  देश के सामने तीन बड़ी चुनौतियों का जिक्र किया है।
>अबतक कुल 65 बार उन्होंने मन की बात द्वारा संबधोन किया है. कोरोना वायरस लॉकडाउन में यह पीएम मोदी का तीसरी मन की बात थी.

28th June'20 की 'मन की बात' में उन्होंने कहा कि इस साल देश के सामने तीन बड़ी चुनौतियां खड़ी हैं :
  * कोरोना, 
  * टिड्डी और 
  * सीमा पर संकट

> उन्होंने कहा की अनलॉक 1.0 के दौरान सावधानियों को बरतना नहीं छोड़ना है
> इसके अलावा योग और अम्फान का जिक्र भी उन्हीने किया. PM मोदी ने कहा कि कोरोना काल में दुनिया की नजर योग और आयुर्वेद पर है. उन्होंने कहा की योग कम्यूनिटी, यूनिटी, इम्यूनिटी सबके लिए अच्छा है।'
> उन्होंने कहा की लद्दाख की सीमा में भारत की तरफ आंख उठाने वालों को करारा जवाब मिला है.
> उन्होंने देश में बनी चीजों के इस्तेमाल करने पर जोर दिया है.

उन्होंने कोरोना युग के नायकों की तारीफ भी की, जिन्होंने इस दौरान लोगों की मदद  की.
मोदी ने कहा कि तमिलनाडु के सी.मोहन मदुरै में एक सैलून चलाते  हैं. उन्होंने अपनी बेटी की शिक्षा के लिए 5 लाख रुपये बचाए थे। अब सारा पैसा जरूरतमंदों पर खर्च कर दिया. अगरतला के गौतम दास अपनी जमा पूंजी से लोगों को दाल और चावल खिला रहे हैं. पठानकोट के दिव्यांग राजू ने अब तक 3 हजार से ज्यादा मास्क बांटे हैं. उन्होंने 100 परिवारों के लिए भोजन राशन का जिम्मा उठाया है.

उन्होंने श्रमिकों की दिक्कतों और प्रवासी संकट का जिक्र भी किया.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में श्रमिक, मजदूर सबसे ज्यादा परेशान हुए हैं. उन्होंने कहा कि लाखों लोगों को उनके घर तक पहुंचाना है.
PM मोदी बोले कि देश के पूर्व हिस्से में ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता है। इसका विकास करना है। पूर्व भारत के विकास को हमने प्राथमिकता दी है। बीते सालों में बहुत कुछ हुआ है। प्रवासी मजदूरों को देखते हुए नए कदम उठाना जरूरी है। यह शुरू किया है। माइग्रेशन कमीशन बन रहा। स्टार्टअप इसपर काम कर रहे।

उन्होंने आगे कहा  कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। उनके अनुसार आयुष्मान योजना से, गरीबों का इलाज पर खर्च होनेवाले पैसे बचा है।

मन की बात की 10 मुख्य बातें:
1. बिना जनभागीदारी के कोई भी मिशन पूरा नहीं हो सकता है। इसलिए, एक नागरिक के रूप में, हम सभी का दृढ़ संकल्प, समर्पण और सहयोग आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है। आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे। यह एक तरह से देश की सेवा भी है।

2. किसी भी काम में, हर जगह, देश की सेवा करने की बहुत संभावना है। देश की जरूरत को महसूस करते हुए, जो भी काम किया जाता है, वह देश की सेवा है। आपकी यह सेवा कहीं न कहीं देश को भी मजबूत बनाती है।

3. इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए, जिससे सीमाओं की रक्षा करने के लिए देश की ताकत बढ़े, देश को और अधिक सक्षम बनाया जाए, देश आत्मनिर्भर हो जाए - यह भी हमारे शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

4. अब, कुछ दिनों पहले, तूफान 'अम्फान' देश के पूर्वी छोर पर आया था, और 'निसर्ग' पश्चिमी छोर पर आई थी। कई राज्यों में, हमारे किसान टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं, और अगर कुछ नहीं है, तो देश के कई हिस्सों में छोटे भूकंपों रुकने का ही नाम नहीं ले रहे।

5. इस सब के बीच, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है जो हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा की जा रही हैं। वास्तव में, एक साथ आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, शायद ही कभी देखी और सुनी जाती हैं।

6. एक साल में एक चुनौती आती है या पचास, संख्या कम-ज्यादा होने से, वह साल खराब नहीं होता है। भारत का इतिहास आपदाओं और चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है।

7. संकट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, भारत के मूल्य विश्वसनीयता देते हैं। भारत ने दुनिया भर में मदद की है। दुनिया ने भारत के वैश्विक भाईचारे की भावना को महसूस किया है। दुनिया ने भारत की ताकत और प्रतिबद्धता को भी देखा है।

8. पूरा देश लद्दाख में शहीद हुए हमारे बहादुर जवानों की वीरता को श्रद्धांजलि दे रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है। इन साथियों के परिवारों की तरह, हर भारतीय उन्हें खोने का दर्द अनुभव कर रहा है।

9. देश के लिए, उनके बहादुर के बलिदान पर, उनके परिवारों में गर्व की भावना है। यह देश की ताकत है। आपने देखा होगा कि जिन माता-पिता के बेटे शहीद हुए थे, वे अपने दूसरे बेटों, घर के अन्य बच्चों को भी सेना में भेजने की बात कर रहे हैं।

10. बिहार में रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिता के शब्द कानों में गूंज रहे हैं। वो कह रहे थे, मैं अपने पोते को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजूंगा। वही साहस हर शहीद के परिवार का है। वास्तव में, इन परिजनों का बलिदान वंदनीय है।

**Source with courtesy :  Navbharat times, NDTV, & PM India Website